कोलकाता में दरिंदगी पर घिरी ममता सरकार, बीजेपी ने राहुल, प्रियंका, अखिलेश को भी क्यों लपेटे में लिया ?

कोलकाता में दरिंदगी पर घिरी ममता सरकार, बीजेपी ने राहुल, प्रियंका, अखिलेश को भी क्यों लपेटे में लिया ?

कोलकाता में महिला डॉक्टर से हैवानियत पर सियासत भी जारी है। बीजेपी के तमाम दिग्गज नेता ममता सरकार पर हमलावर है। बीजेपी की महिला सांसद से लेकर केंद्रीय मंत्रियों ने मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की। साथ ही राहुल गांधी, गांधी वाड्रा और अखिलेश यादव को निशाने पर लिया।

भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे नेता जो कहते हैं कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं, अखिलेश जैसे नेता, पाखंडी हैं… दोहरे मानदंड वाले नेता हैं। उनके पास हाथरस जाने का समय है, उनके पास पुलिस से लड़ने और उन्नाव जाने का समय है, उनके पास मणिपुर जाने का समय है लेकिन उनके पास बंगाल आने का समय नहीं है। वह(राहुल गांधी) ट्वीट कर रहे हैं लेकिन राहुल गांधी आपके पास ममता बनर्जी के इस्तीफे के बारे में लिखने का साहस नहीं है। आपको यह लिखना चाहिए था।”

NCW की पूर्व प्रमुख रेखा शर्मा ने कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार और हत्या की घटना पर कहा, “…ऐसा नहीं लगता कि यह एक व्यक्ति का काम है, कुछ ऐसे लोग शामिल हैं जिन्हें ममता बनर्जी बचाना चाहती हैं। अब मामला CBI के पास है, पूरी जांच के बाद पता चलेगा कि वे किस चीज़ को छुपाना चाह रही थी…”

केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा, “यह मामला बहुत दुखद है। संसद में आपराधिक संशोधन विधेयक पारित किया गया था, लेकिन कई राज्यों ने इसे लागू नहीं किया… संदेशखली की घटना के समय ममता बनर्जी को इसके खिलाफ लड़ना चाहिए था, लेकिन उन्होंने अपराधियों का समर्थन किया। इस वजह से लोगों को कॉलेज में ऐसी घटना करने की हिम्मत मिली… इस मामले में भी 3-4 दिन तक ममता बनर्जी चुप रहीं… अदालत के हस्तक्षेप के बाद, यह मामला CBI को दिया गया। हम सभी मांग करते हैं कि ममता बनर्जी को इस्तीफा देना चाहिए और इस मामले में न्याय होना चाहिए।”

भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर कहा, “महिलाओं के अधिकार के लिए खड़ा होना क्या गंदी राजनीति है? जिस तरह की दरिंदगी वहां हुई और जिस तरह के कारनामे बंगाल में होते रहे हैं, अगर भाजपा के कर्मी वहां की महिलाओं के साथ खड़े हैं और इस घटना की निंदा कर रहे हैं तो क्या यह राजनीति है? मुझे लगता है कि हम सकारात्मक राजनीति करते हैं, हम गरीब, शोषित, वंचित, पीड़ित महिला, युवा के अधिकारों की बात करते हैं।”

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