देश की दूसरी राज्यों की तरह हरियाणा में भी गठबंधन की राजनीति का दौर शुरू हो गया है. 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा चुनाव में गठबंधन के जरिए सत्ता हासिल करने की कोशिश शुरू हो गई है. हरियाणा में पिछले चुनाव में किंगमेकर बनकर उभरे जन नायक जनता पार्टी यानी JJPसत्ता हासिल करने के लिए दलित वोटों को साधने की कोशिश शुरू कर दी है. JJP ने दलित वोटों को अपने पाले में लाने के लिए उत्तर प्रदेश के सांसद चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण की पार्टी आजाद समाज पार्टी यानी ASP कांशीराम के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया है.हरियाणा में दोनों पार्टी साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी.
हरियाणा में 21 फीसदी दलित वोटर हैं. कहा जाता है कि जाट- गुज्जर बहुल हरियाणा में दलित वोटर जिसके पक्ष में जाता है सरकार उसकी बनती है. पिछले चुनाव में दलित वोटरों की बीजेपी से मोहभंग हुआ था जिसका नुकसान पार्टी को उठाना पड़ा था. इसी दलित वोट बैंक को अपने पक्ष में करने के लिए दुष्यंत चौटाला ने तुरुप का इक्का चला है और दलित नेता चंद्रशेखर की पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान किया है.
इसके पहले अभय चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोक दल ने दलित वोटों को लेकर बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन किया है. दोनों पार्टियों ने प्रत्याशी भी घोषित करने शुरू कर दिए हैं.
हरियाणा की राजनीति में दो लड़के दुष्यंत और चंद्रशेखर बीजेपी और कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकते हैं. पिछले चुनाव में दुष्यंत चौटाला की पार्टी JJP ने अकेले अपने दम पर 10 सीटों पर जीत हासिल कर बीजेपी और कांग्रेस को सरकार बनाने से दूर कर दिया था. बाद में दुष्यंत चौटाला बीजेपी को समर्थन देकर सरकार में डिप्टी सीएम बने.