वायनाड, केरल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायनाड भूस्खलन घटना और चल रहे राहत प्रयासों पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी उपस्थित रहें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायनाड में भूस्खलन में घायल हुए लोगों से WIMS अस्पताल में मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित पीड़ितों और अन्य लोगों से मुलाकात की। उन्होंने राहत शिविर का भी दौरा किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “… भारत सरकार और देश इस संकट में यहां के पीड़ितों के साथ है… मैं विश्वास दिलाता हूं सभी पीड़ितों और उनके परिजनों को हम सब इस संकट में उनके साथ हैं। सरकार में नीति नियमों के तहत सहायता राशि दी गई है हम और भी राशि देने की क़वायद करेंगे। बहुत ही उदारता पूर्वक सभी समस्याओं के समाधान के लिए केरल सरकार के साथ भारत सरकार खड़ी रहेगी… छोटे बच्चों औऱ जिन्होंने अपनो को खोया है उनके लिए एक लंबे समय तक की योजना बनाने का निर्णय लिया है… 1979 में जब गुजरात के मोरबी में बारिश के बाद डैम नष्ट हुआ था और उसका सारा पानी शहर में घुस गया था, 2500 से ज़्यादा लोग इससे प्रभावित हुए थे। उस समय मैंने वॉलेंटियर के रूप में कार्य किया था और मैं ऐसी आपदा की परिस्थिति को भलीभांति जानता हूं… केंद्र सरकार कोई भी कसर नहीं छोड़ेगी… हमारी ओर से पूरा सहयोग रहेगा…”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “… मैंने जब से इस आपदा के बारे में सुना तब से मैं यहां पर संपर्क में रहा और पल-पल की जानकारी लेता रहा। केंद्र सरकार के जितने भी अंग है जो भी इस स्थिति में काम आ सकते हैं उसे तुरंत काम पर लगाया गया… जो परिवार इसमें घिरे हैं उनकी सहायता करना। यह त्रासदी सामान्य नहीं है। सैकड़ों परिवार के सपने उजड़ गए हैं। प्रकृति ने अपना रौद्र रूप दिखाया है मैंने वहां जाकर परिस्थिति को देखा। मैं पीड़ितों से भी मिला। मैं अस्पताल में भी उन सभी मरीज़ से मिला हूं जो इस आपदा के कारण अनेक प्रकार की चोट के कारण मुसीबत का समय बिता रहे हैं। ऐसे संकट के समय जब हम साथ मिलकर काम करते हैं तो उत्तम परिणाम मिलता है…”