आलोक कुमार सिंह की रिपोर्ट, पलामू, झारखंड : पलामू व्याघ्र परियोजना के दक्षिणी वन क्षेत्र में रविवार को एक युवक पर जंगली भालू ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। यह घटना मायापुर जामुनटाड़ के तेवाड़ी पत्थर जंगल में तब हुई, जब 32 वर्षीय कामेश्वर लोहारा खुखड़ी (जंगली मशरूम) चुनने गया था। युवक मायापुर गांव का निवासी है और उसके पिता का नाम जय मंगल लोहारा है।
जानकारी के मुताबिक, रविवार की दोपहर कामेश्वर जामुनटाड़ जंगल में खुखड़ी चुनने गया था। उसी दौरान तेवाड़ी पत्थर के पास अचानक एक जंगली भालू ने उस पर हमला कर दिया। इस हमले में कामेश्वर के दाहिने जांघ पर गंभीर चोटें आईं। कामेश्वर ने साहस दिखाते हुए अपनी जान बचाने की कोशिश की और जोर-जोर से चिल्लाने लगा। उसकी आवाज सुनकर पास के वन विभाग में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी अमन कुमार गुप्ता व ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उसे बचाया। ग्रामीणों व वन विभाग की मदद से कामेश्वर को तत्काल वन विभाग के बारेसाढ़ कार्यालय ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद उसे गारू रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
डॉक्टरों के अनुसार, उसकी हालत अब स्थिर है, लेकिन पूरी तरह ठीक होने में समय लगेगा। घटना की सूचना मिलने पर बारेसांड वनपाल परमजीत तिवारी वनरक्षी अरुण कुमार, चंदन कुमार, और रेंजर तरुण कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और घायल के इलाज की व्यवस्था कराई। रेंजर ने बताया कि सरकारी प्रावधानों के तहत कामेश्वर को मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग ग्रामीणों को जंगली जानवरों से सतर्क रहने की सलाह दे रहा है, क्योंकि हाल के दिनों में वन्य जीवों की गतिविधियों में इजाफा हुआ है। वन विभाग द्वारा जंगली जानवरों पर नजर रखने के लिए सतर्कता बढ़ाई जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।