वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित चूरालमाला में खोज और बचाव अभियान जारी है। वायनाड भूस्खलन हादसे में 158 लोगों की मृत्यु हो गई है। वहीं नेता विपक्ष राहुल गांधी ने संसद में वायनाड त्रासदी का मुद्दा उठाया। वायनाड भूस्खलन पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “वायनाड में यह बहुत बड़ी त्रासदी है और सेना वहां अच्छा काम कर रही है। मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि हम वायनाड के लोगों का समर्थन करें और मैं सरकार से वायनाड के लोगों की मदद करने का अनुरोध करता हूं।
राहुल गांधी ने कहा- यह दूसरी बार है जब यह त्रासदी हुई है, यह 5 साल पहले भी हुई थी। यह स्पष्ट है कि इस क्षेत्र में एक पारिस्थितिक मुद्दा है, इसलिए इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए और जो भी हाई-टेक समाधान सामने लाया जा सकता है, वह अच्छा होगा।”
राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं…मैं देश के लिए कुछ स्पष्ट करना चाहता हूं…वे पूर्व चेतावनी की बात करते रहे हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि 23 जुलाई को भारत सरकार ने केरल सरकार को पूर्व चेतावनी दी थी-घटना से 7 दिन पहले और फिर 24 और 25 जुलाई को भी पूर्व चेतावनी दी गई। 26 जुलाई को चेतावनी दी गई कि 20 सेमी. से अधिक भारी वर्षा की संभावना है और भूस्खलन की संभावना है, मिट्टी का बहाव हो सकता है और इसमें लोगों की जान जा सकती है। भारत सरकार की पूर्व चेतावनी प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं…सरकार ने 2014 के बाद पूर्व चेतावनी प्रणाली के लिए 2000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं…”
वायनाड भूस्खलन पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, “…यह कितनी बड़ी त्रासदी है। पूरा राज्य, पूरा देश, हर कोई बहुत दुखी है। अच्छी बात यह है कि स्वयंसेवक, जिला प्रशासन, पुलिस, सभी 2 घंटे से भी कम समय में वहां पर पहुंच गए और हमारी सेना, नौसेना, वायु सेना को भी वहाँ पहुंचने में कोई समय नहीं लगा और वह समय पर वहां पहुंच रहे हैं… सभी सरकारी अस्पताल छोटे हैं लेकिन वे इतनी अच्छी देखभाल कर रहे हैं कि हमें उन पर गर्व होना चाहिए…