पुणे, महाराष्ट्र: भारी बारिश के कारण शहर में बाढ़ जैसी स्थिति हुई। NDRF द्वारा बचाव अभियान जारी है। मुंबई में लगातार बारिश के कारण यातायात प्रभावित हुआ। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एकता नगर और विठ्ठल नगर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और प्रभावित लोगों से बात की। NDRF की एक टीम लवासा में भूस्खलन स्थल पर पहुंची। भूस्खलन स्थल तक जाने वाले सड़क मार्ग में कुछ दरारें आई हैं। पिंपरी-चिंचवाड़ में मोरया गोसावी गणपति मंदिर लगातार भारी बारिश के कारण जलमग्न हुआ। अग्निशमन विभाग ने पुणे शहर के निंबजनगर इलाके में भारी बारिश के कारण फंसे 70 लोगों को बचाया।
NCP-SCP सांसद सुप्रिया सुले ने पुणे में आई बाढ़ पर कहा, “…सरकार के कुप्रबंधन के कारण आम जनता परेशान हैं… मेरी मांग है कि उन्हें स्पष्ट रूप से पैकेज देना होगा, क्षेत्र को साफ करना होगा, भोजन और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करनी होगी। लोगों के दस्तावेज गायब हो गए हैं, बच्चों की किताबें गायब हो गई हैं, सरकार को इन सबका भुगतान करना होगा। पुणे के ईमानदार करदाताओं को सरकार ने पूरी तरह से धोखा दिया है।”
सुप्रिया सुले ने कहा, “बहुत नुकसान हुआ है… मेरी महाराष्ट्र सरकार से तीन मांगे हैं- 1)यहां छिड़काव होना चाहिए, 2) पानी की टंकी साफ होनी चाहिए, 3)सरकार को प्रभावित लोगों में कपड़े, खाना-पानी आदि वितरित करने चाहिए… लोगों को वित्तीय सहायता मिलनी चाहिए…देश में स्मार्ट सिटी पूरी तरह से फेल हो चुकी है। देश में कौन सा शहर स्मार्ट है? इतना पैसा खर्च किया गया… हर घर जल और हर घर नल के लिए पैसा दिया गया लेकिन बहुत सी जगहों पर स्रोत में ही पानी नहीं है…”
महाराष्ट्र के कुछ जिलों में जलभराव की समस्या पर शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, “अगर आप इसे खराब नियोजन के संदर्भ में देखें तो कई जगहों पर वार्ड अधिकारी नहीं हैं। चूंकि चुनाव नहीं हुए, इसलिए नगर सेवक नहीं हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आज जो लोग सत्ता में हैं, वे अपनी सत्ता के लिए बैठे हैं। वे जनता के लिए काम नहीं करते इसलिए यह स्थिति पैदा होती है।”
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