हाथरस- उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। भगदड़ के दौरान 100 से ज्यादा लोगों की मौत की ख़बर है। हादसे के बाद चीख, पुकार और मातम पसर गया। बताया जा रहा है कि फुलरई गांव में सत्संग हो रहा था, जब कथावाचक भोले बाबा का काफिला निकल रहा था, इस दौरान भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि उन्हें संभाल पाना किसी के बस में नहीं था।
हादसे पर हाथरस DM आशीष कुमार ने कहा, “… जिला प्रशासन काम कर रहा है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है और लोगों का इलाज जारी है… कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति SDM ने दी थी और यह एक निजी आयोजन था… मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है… प्रशासन की प्राथमिकता घायलों और मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद मुहैया कराना है…”
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, “जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मा. मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी, श्री संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुखद हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से बात की। यूपी सरकार सभी पीड़ितों की हरसंभव सहायता में जुटी हुई है। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने इसमें अपने प्रियजनों को खोया है। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दुखद हादसे से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें यह पीड़ा सहने की शक्ति दे। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
हाथरस हादसे पर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, “सरकार को संवेदनशीलता के साथ लोगों की मदद करनी चाहिए। मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने प्रियजनों को खोया है।”
वहीं समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने कहा, “…सरकार आखिरकार क्या कर रही थी? सरकार की जानकारी में होने के बावजूद इतनी बड़ी घटना होना बहुत दुखद है… उनकी सुरक्षा और व्यवस्था के लिए सरकार ने क्या किया ये सबसे बड़ा प्रश्न बनता है… जब तक आप किसी आयोजन पर शुरूआत से लेकर अंत तक ध्यान नहीं देंगे तो इसी तरह की घटना होगी। इसके लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वो सरकार है… हमें उम्मीद है कि सरकार घायलों का अच्छा इलाज करवाएगी।”
हाथरस हादसे पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा, “ये पूरी तरह से शासन और प्रशासन की जिम्मेदारी थी कि यदि इतने बड़े स्तर पर कोई आयोजन हो रहा है तो सभी सुविधाएं पहुंचाई जाएं। लेकिन ये लोग कहीं न कहीं विफल रहे हैं और हर क्षेत्र में ये लोग विफल हो रहे हैं।”
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री को इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए… प्रधानमंत्री ने चीन, जम्मू में आतंकवादी हमलों, आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन में खामियों के बारे में कुछ नहीं कहा, और इसलिए प्रधानमंत्री के भाषण में कोई ठोस बात नहीं थी।”
हाथरस भगदड़ पर दिल्ली सरकार में मंत्री और AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, “मृतकों के परिजनों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। जो लोग घायल हैं ईश्वर करें की वो लोग जल्द ही स्वस्थ हों और इस तरह की दुर्घटनाएं ना हो सरकारें इस तरह का भी प्रयास करें।”
हाथरस हादसे पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “हाथरस में जो हुआ वो बहुत दुखद है। यह हादसा क्यों हुआ, कैसे हुआ और क्यों वहां की सरकार सुरक्षा नहीं कर पाई। बड़े अफसोस की बात है। उम्मीद करते हैं कि जो घायल हैं उन्हें राहत पहुंचाई जाएगी और बाद में इसकी जांच की जाएगी।”