झारखंड में नौकरियों के मुद्दे पर बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सरकार को घेरा है। बाबूलाल मरांडी ने कहा-“अगस्त महीने से JPSC अध्यक्ष का पद रिक्त है। कई परीक्षाओं के परिणाम लंबित है। हजारों छात्रों का भविष्य अधर में फँसा हुआ है…2019 के विधानसभा चुनाव में एक साल में 4 JPSC परीक्षा कराने का ढिंढोरा पीटने वाले हेमंत पिछले 5 सालों सिर्फ करा के युवाओं का करियर बर्बाद कर दिया। युवा विरोधी हेमंत सरकार का अंत निश्चित है”…
साथ ही बाबूलाल मरांडी ने कहा-“वादा था एक साल में 4 JPSC कराने का, लेकिन 5 साल में परीक्षाओं के नाम पर सिर्फ पेपर लीक और नौकरी बेचने का धंधा किया जा रहा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन ने नौकरी नहीं मिलने तक स्नातक युवाओं को 5000 रुपये और स्नातकोत्तर युवाओं को 7000 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। 5 साल बीत गए, लेकिन युवाओं को न नौकरी न बेरोजगारी भत्ता…अब झारखंड के युवा भी हेमंत को सत्ता से बेदखल कर राजनीतिक बेरोजगार बनाने को तैयार हैं”।
बाबूलाल मरांडी ने कहा-“2019 के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन चीख चीखकर युवाओं को 5 लाख नौकरी देने की बात करते थे, लेकिन हेमंत को जब सत्ता मिली, तो उन्होंने सारा समय लूट खसोट, भ्रष्टाचार में बीता दिया। युवाओं के हिस्से में आई सिर्फ फ़र्जी परीक्षा कैलेंडर, पेपर लीक, लाठीचार्ज, खोखली घोषणाएं, हताशा और निराशा…अब झारखंड का युवा/बेरोजगार प्रतिकार करेगा… हेमंत सोरेन के धोखे का बदला उनको सत्ता से उखाड़ फेंक कर लेगा”।