नवादा, बिहार : प्रकृति की सुरम्य वादियों के बीच अवस्थित महर्षि संतसेवी ध्यानयोग आश्रम धनावां के संस्थापक पूज्यपाद स्वामी नित्यानंद जी महाराज का 15 वां परिनिर्वाण दिवस समारोह स्वामी शांतानंद जी महाराज के सानिध्य में आज धनावां आश्रम में धूमधाम से मनाया जायेगा। आश्रम समिति के द्वारा समारोह को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
आश्रम संचालक स्वामी शांतानंद जी महाराज ने बताया कि स्वामी नित्यानंद जी महाराज 20वीं सदी के महान संत सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के विरक्त शिष्यों में एक थे। वे वर्षों अपने सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज की सेवा महर्षि मेंहीं आश्रम कुप्पाघाट भागलपुर में की। महर्षि संतसेवी परमहंस जी महाराज के आदेशानुसार कठिन ध्यान साधना करने हेतु नवादा जिले के रोह धनावां में पर्वत के तलहटी में अपनी फकिरी कमाई से ग्रामीणों से जमीन खरीद कर महर्षि संतसेवी ध्यानयोग आश्रम की स्थापना सन् 2000ई.में की। वे बड़े ही सरल और सहजता के धनी थे। वे आजीवन संतमत सत्संग का प्रचार-प्रसार करते हुए 15 सितंबर 2010ई.को पंचभौतिक शरीर का परित्याग कर ब्रह्मलीन हो गए।
धनावां आश्रम में उनके पुण्यतिथि के मौके पर आज सत्संग तथा भंडारा आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत ब्रह्ममूहूर्त 3 बजे से ध्यान साधना से किया जाएगा। प्रातःकाल 6 बजे से सामूहिक ईश्वर स्तुति गुरु विनती वेद उपनिषद पाठ किया जाएगा। दोपहर 2 बजे से सामूहिक गुरु संत स्तुति ग्रंथ पाठ के साथ स्वामी नित्यानंद जी महाराज के जीवन व्यक्तित्व कृतित्व पर प्रकाश डाला जायेगा। दोपहर में सामूहिक भंडारा व महाप्रसाद वितरण किया जाएगा।