आलोक कुमार, लातेहार : मनिका विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक हरेकृष्ण सिंह को इस बार प्रत्याशी नहीं बनाए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। बुधवार को गारू प्रखंड में खरवार और भुईया समुदाय के लोगों ने कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। यह रैली गारू बाजार से अरमू मोड़ तक निकाली गई, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। रैली में प्रदर्शनकारियों ने “हरेकृष्ण सिंह मुर्दाबाद”, “हरेकृष्ण सिंह हाय-हाय”, “अबकी बार हरेकृष्ण सिंह नहीं चलेगा” जैसे नारों के साथ अपना विरोध जताया। प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों का कहना था कि पूर्व विधायक हरेकृष्ण सिंह को पहले भी मनिका क्षेत्र से विधायक बनने का मौका मिला, लेकिन उन्होंने क्षेत्र के विकास और जनता की समस्याओं को नजरअंदाज किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सिंह ने हमेशा कुछ चुनिंदा लोगों के हित में ही काम किया और आम जनता की शिकायतों को दरकिनार किया।
ग्रामीणों का आरोप था कि सिंह अपने कार्यकाल में लोगों के फोन तक नहीं उठाते थे और विकास कार्यों में भी समुदाय विशेष को प्राथमिकता दी। रैली में शामिल लोगों ने बताया कि खरवार बहुल सुरकुमी, हेसाव, बारीबांध जैसे गांवों में आज तक बिजली तक नहीं पहुंच पाई है। इन गांवों के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए आज भी संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन हरेकृष्ण सिंह ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा से मांग की कि इस बार मनिका विधानसभा क्षेत्र से किसी नए और ईमानदार व्यक्ति को टिकट दिया जाए, जो क्षेत्र की जनता की समस्याओं को समझे और हर समुदाय को साथ लेकर चले। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे चमन सिंह ने कहा, “हमने हरेकृष्ण सिंह को कई बार अपनी समस्याएं बताई, लेकिन उन्होंने कभी हमारी बातों को गंभीरता से नहीं लिया। उनके इस रवैये के कारण क्षेत्र में विकास कार्यों की अनदेखी हुई है। अबकी बार हम भाजपा से नए चेहरे को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग करते हैं।”
रैली में चमन सिंह, दुदेश्वर सिंह, संतोष सिंह, बलराम सिंह, हीरालाल सिंह, लखन सिंह, अंतु सिंह, तपेश्वर सिंह, प्रदीप सिंह, पच्चू सिंह, उपेंद्र सिंह, सिकेंद्र सिंह, रेखा देवी, मीना देवी, राजा कुमार, दीपू राम, यमुना राम, विजय राम, प्रसाद राम, राजेंद्र साव, जोधी साव, अजीत राम समेत सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर इस बात पर जोर दिया कि भाजपा इस बार नए नेतृत्व को मौका दे, ताकि मनिका क्षेत्र का समुचित विकास हो सके।