जमशेदपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 660 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विभिन्न रेल परियोजनाओं का शिलान्यास किया। साथ ही झारखंड के देवघर जिले में मधुपुर बाईपास लाइन और हजारीबाग जिले में हजारीबाग टाउन कोचिंग डिपो की आधारशिला रखी। मधुपुर बाईपास लाइन के पूरा होने के बाद हावड़ा-दिल्ली मेन लाइन पर ट्रेनों के रुकने की समस्या खत्म हो जाएगी। साथ ही गिरिडीह और जसीडीह के बीच यात्रा समय भी कम होगा। हजारीबाग टाउन कोचिंग डिपो इस स्टेशन पर कोचिंग स्टॉक के रखरखाव में मदद करेगा।
प्रधानमंत्री ने कुरकुरा-कनारोअन दोहरीकरण परियोजना को भी राष्ट्र को समर्पित किया जो बंडामुंडा-रांची सिंगल लाइन खंड का हिस्सा है और रांची, मुरी एवं चंद्रपुरा स्टेशनों के रास्ते राउरकेला-गोमोह मार्ग का हिस्सा है। इस परियोजना से माल की ढुलाई और यात्री यातायात को बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा, आम लोगों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए 04 रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) को भी राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने छह वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें इन मार्गों पर कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी:
1) टाटानगर – पटना
2) भागलपुर – दुमका- हावड़ा
3) ब्रह्मपुर – टाटानगर
4) गया – हावड़ा
5) देवघर – वाराणसी
6) राउरकेला – हावड़ा
इन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के शुरू होने से नियमित यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों और छात्र समुदाय को लाभ होगा। ये ट्रेनें देवघर (झारखंड) में बैद्यनाथ धाम, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में काशी विश्वनाथ मंदिर, कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में कालीघाट, बेलूर मठ आदि जैसे तीर्थ स्थलों तक आवागमन के तीव्र गति वाले परिवहन प्रदान करके क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगी। इसके अलावा, धनबाद में कोयला खदान उद्योग, कोलकाता में जूट उद्योग, दुर्गापुर में लौह और इस्पात संबद्ध उद्योगों को भी काफी बढ़ावा मिलेगा।
सभी के लिए आवास की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री ने झारखंड के 20 हजार प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित किया। साथ ही लाभार्थियों को सहायता की पहली किस्त जारी की। प्रधानमंत्री ने 46 हजार लाभार्थियों के गृह प्रवेश समारोह में भी भाग लिया।