केंद्रीय बजट में सबसे ज्यादा सियासी चर्चा बिहार और आंध्र प्रदेश को लेकर हो रही है। सवाल उठ रहे हैं कि जेडीयू और टीडीपी ने मोदी सरकार को अपना समर्थन दिया है जिसका अहसान केंद्र सरकार चुका रही है। वहीं बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर तंज कसा।
तेजस्वी यादव ने कहा-“पहले से ही हमें पता था कि भाजपा, NDA बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देगी। एक मामूली संशोधन करके बिहार जैसे और गरीब राज्यों को स्पेशल स्टेटस दिया जा सकता था, पहले भी संशोधन हुए हैं। यही हमारी पुरानी मांग है… NDA ने बिहार के लोगों को धोखा दिया है। मुख्यमंत्री(नीतीश कुमार) कहते थे कि आंदोलन करेंगे, सड़कों पर उतरेंगे लेकिन अब बिहार के विशेष राज्य के दर्जे को लेकर वे एक शब्द भी नहीं बोल रहे… नीतीश कुमार इस समय वह हैसियत रखते हैं क्योंकि अभी उनके बदौलत ही सरकार है। अगर उनके रहते बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल रहा तो फिर उनका वहां क्या काम है?”
वहीं केंद्रीय बजट 2024-25 पर कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, “…पूरे देश में किसी राज्य को कुछ नहीं दिया। बिहार और आंध्र प्रदेश को भी कुछ नहीं मिला है क्योंकि बिहार में विशेष राज्य का दर्जा देने की बात की गई थी… दरअसल उन्होंने अपने गठबंधन दलों को खुश करने की कोशिश की लेकिन उनको भी कुछ नहीं मिल पाया है… ”
बिहार और आंध्रा को मिले विशेष पैकेज पर यूपी में भी सियासत जारी है। केंद्रीय बजट 2024-25 पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा, “बजट और राजनीति अलग-अलग तो है नहीं, सब एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। अगर राजनीति नहीं होती तो बिहार और आंध्र प्रदेश को अलग-अलग पैकेज क्यों मिलता? उत्तर प्रदेश ने लगातार भाजपा को इतनी सारी सीटें जीताकर भेजा है… उत्तर प्रदेश को भी केंद्र सरकार से विशेष पैकेज मिलना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ…”
यूपी ही नहीं, दिल्ली में आम आदमी पार्टी भी केंद्र सरकार पर हमलावर है। केंद्रीय बजट 2024-25 पर दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, “…जिस दिल्ली की जनता ने सात की सात सीटें भाजपा को जीतकर दी उस दिल्ली को भाजपा ने ठेंगा दिखा दिया गया। जिन राज्यों ने भाजपा को ज्यादा से ज्यादा सीटें जीताकर दी उन्हें कुछ नहीं दिया गया लेकिन जिन दो बैसाखियों बिहार और आंध्र प्रदेश पर केंद्र की सरकार चलनी है उन्हें विशेष पैकेज दिया गया… आप तो सिर्फ सरकार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं… टैक्स तो पूरे देश से लिया जा रहा है लेकिन खर्च केवल दो राज्यों में हो रहा है… यह गलत है।”
वहीं BJD सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, “बिहार और आंध्र प्रदेश को फंड मिलना अच्छी बात है, लेकिन हम एक साधारण सवाल पूछ रहे हैं कि ओडिशा के लोगों ने ऐसा क्या गलत किया है कि भाजपा को ओडिशा के लोगों के साथ इस तरह का विश्वासघात करना पड़ा। इस लोकसभा चुनाव में ओडिशा के लोगों ने 21 लोकसभा सीटों में से 20 पर भाजपा को चुना, उन्हें उम्मीद रही होगी कि कुछ अच्छा होगा, लेकिन अब वे यह देखकर हैरान हो गए होंगे कि भाजपा ने ओडिशा के साथ किस तरह का विश्वासघात किया है। हम इस बात से असहमत नहीं हैं कि आंध्र और बिहार के लोगों की विशेष आवश्यकताएं हैं, लेकिन ओडिशा की भी हैं… पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हमेशा ओडिशा के लिए विशेष दर्जे की मांग की है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा अन्य राज्यों को विशेष दर्जा न देकर विशेष पैकेज दे सकती है, तो फिर ओडिशा के लोगों ने क्या गलत किया है, उन्हें क्यों नहीं दे सकती?”