Monkeypox : मंकीपॉक्स को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर दिया है. मंकीपॉक्स को लेकर केंद्र के साथ-साथ दिल्ली सरकार अलर्ट मोड पर है. मंकीपॉक्स से निपटने के लिए सभी तैयारियां की जा रही है. दिल्ली के सफदरजंग को डेडीकेटेड सेंटर बनाया गया है. राम मनोहर लोहिया और लेडी हार्डिंग अस्पताल को आइसोलेशन वार्ड के लिए चुनाव गया है.
मंकीपॉक्स को लेकर सतर्क सरकार
मंकीपॉक्स को लेकर केंद्र सरकार ने सतर्कता शुरू कर दी है.मंकीपॉक्स को मरीजों को लेकर एयरपोर्ट पर निगरानी रखी जा रही है. सफदरजंग अस्पताल को डेडिकेटेड सेंटर बनाया गया है. अगर किसी मरीज की पहचान होती है तो उसे सफदरजंग भेजा जाएगा. आरएमएल और लेडी हार्डिंग को भी आइसोलेशन वॉर्ड के लिए चुना गया है.वहीं एम्स में सस्पेक्टेड मामले के लिए 5 बेड का आइसोलेशन वॉर्ड तैयार है. पिछले दिनों WHO ने मंकीपॉक्स (Mpox) को लेकर ग्लोबल इमरजेंसी घोषित की है, लेकिन राहत की बात यह है कि अभी तक मंकीपॉक्स का एक भी केस देश में सामने नहीं आया है.
सीरम इंस्टीट्यूट बनाएगा वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला का कहना है कि मंकीपॉक्स पर इमरजेंसी घोषित होने के बाद हम एक वैक्सीन बना रहे हैं. उम्मीद है कि एक साल के अंदर बना लेंगे. भले ही देश में अभी तक मंकीपॉक्स के एक भी मामले सामने नहीं आए हों, लेकिन केंद्र सरकार ने सतर्कता बढ़ी दी है. नई दिल्ली में एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले लोगों की जांच शुरू कर दी गई है.
WHO ने घोषित की ग्लोबल इमरजेंसी
कोविड के बाद किसी भी प्रकार के वायरस को लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) द्वारा किसी भी प्रकार के पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी को हल्के में नहीं लिया जा रहा है. पिछले दिनों WHO ने मंकीपॉक्स (Mpox) को लेकर ग्लोबल इमरजेंसी घोषित की है. जिसके बाद भारत में भी इसको लेकर हलचल तेज हो गई है.
अफ्रीकी देश कांगों में 500 से अधिक लोगों की मौत
अब तक यह वायरस कांगो में 500 से अधिक लोगों की जान ले चुका है. पाकिस्तान में भी एक मामला दर्ज किया गया है. अब तक की सूचना के अनुसार मंकीपॉक्स का बच्चों पर सबसे अधिक प्रभाव देखा जा रहा है.रिपोर्ट के मुताबिक कुल मामले में 70 पर्सेंट संक्रमण बच्चों में देखे जा रहे हैं और उनकी मौत का प्रतिशत भी अधिक है.
पड़ोसी देश पाकिस्तान में मिला है मंकीपॉक्स का मरीज
मंकीपॉक्स को लेकर भारत की चिंता इसलिए बढ़ गई है, क्योंकि पड़ोसी देश पाकिस्तान में इस वायरस की पुष्टि हो चुकी है. जो कहीं न कहीं संक्रमण के विस्तार की वजह हो सकती है. इस बार वायरस में बदलाव भी देखा जा रहा है, जो नया वेरिएंट फैल रहा है, वह पहले से कहीं अधिक घातक है.
कैसे होता है संक्रमण ?
इसका संक्रमण कोविड की तरह हवा में नहीं, बल्कि संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से फैलता है. चिकनपॉक्स और स्मॉल पॉक्स परिवार से ही एमपॉक्स भी है, जो ह्यूमन टू ह्यूमन एक से दूसरे में पहुंचता है. यह मरीज के संपर्क में आने से, संक्रमित इंसान के रैश या फोड़े के पानी के संपर्क से और सेक्सुअल रिलेशन से फैलता है.