आलोक कुमार सिंह की रिपोर्ट- लातेहार, झारखंड : मनिका विधानसभा क्षेत्र में इस बार के विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चाओं में एक नाम तेजी से उभर रहा है सुभाष कुमार सिंह, कम उम्र 30 वर्ष में ही राजनीति में कदम रखने वाले सुभाष ने न केवल अपनी पंचायत और जिले में पहचान बनाई है, बल्कि अब पूरे विधानसभा क्षेत्र में चर्चाओं का केंद्र बन चुके हैं। क्षेत्र में लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिर कौन हैं सुभाष कुमार सिंह, जिनकी लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.सुभाष कुमार सिंह, स्वर्गीय नागेश्वर स्वामी के पुत्र हैं, जो आध्यात्मिक गुरु के रूप में जाने जाते थे। स्वामी जी का नाम लातेहार जिले और आसपास और छत्तीसगढ़ राज्य के क्षेत्रों में बड़े सम्मान से लिया जाता है। उनके द्वारा स्थापित ‘सरना धाम बारेसांढ आश्रम’ एक प्रमुख धार्मिक और सामाजिक केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है। स्वामी जी का जीवन सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार और समाज कल्याण को समर्पित रहा। उन्होंने अपने जीवन में कठिन तपस्या और समाज सेवा के माध्यम से जनमानस में गहरी छाप छोड़ी। इसी विरासत को आगे बढ़ाते हुए सुभाष कुमार सिंह ने राजनीति में कदम रखा और अब मनिका विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।
संगठनात्मक भूमिका में महत्वपूर्ण योगदान: सुभाष कुमार सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लातेहार के सरस्वती शिशु मंदिर में प्राप्त की और बाद में डाल्टनगंज से मैट्रिक पास किया। कंप्यूटर साइंस से इंटरमीडिएट करने के बाद, उन्होंने राजनीति शास्त्र में स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई की। अपने पिता के निधन के बाद, उन्होंने आध्यात्मिक विचारों के संघ के स्वयंसेवक साथ राजनीतिक जीवन को चुना और मायापुर पंचायत से मुखिया बने। इसके बाद, उन्होंने लातेहार मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष का दायित्व भी सफलतापूर्वक वर्तमान में निभा रहे है. सुभाष के नेतृत्व कौशल और सामाजिक सेवा की भावना ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया है। यही वजह है कि भाजपा की आंतरिक बैठकों में भी उनके नाम पर चर्चा होते रहती है। क्षेत्र में सुभाष कुमार सिंह के नाम की लोकप्रियता को देखते हुए पार्टी द्वारा उन्हें टिकट दिए जाने की संभावना जताई जा रही है। अगर ऐसा होता है, तो सुभाष सबसे कम उम्र के उम्मीदवार होंगे जो मनिका विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरेंगे।
पारंपरिक राजनीति से अलग है सोच : सुभाष कुमार सिंह की राजनीति में रुचि पारंपरिक राजनीति से थोड़ी अलग है। वे युवाओं, किसानों और सामाजिक कल्याण के मुद्दों पर केंद्रित हैं। उनके अनुसार, “आज की राजनीति में युवाओं की भागीदारी बेहद जरूरी है। विकास के नए आयामों को छूने के लिए युवाओं का दृष्टिकोण और ऊर्जा अहम है।” जनता के बीच उनकी सादगी और ईमानदारी की चर्चा है। लोग कहते हैं कि सुभाष की सोच नई है और वे जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता देते हैं। चुनावी मैदान में उतरने की उनकी मंशा को देखते हुए, क्षेत्र के लोग बड़ी उम्मीदों के साथ उनकी ओर देख रहे हैं।
रणनीति में हो सकते हैं अहम चेहरा : भाजपा कुछ घटक दलों के भीतर प्रत्याशी को लेकर चर्चा हो रही है कि सुभाष कुमार सिंह को मनिका विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़वाकर युवाओं और पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं को आकर्षित किया जा सकता है। पार्टी नेतृत्व भी इस बात पर कही विचार कर ली तो सुभाष जैसे युवा और स्वच्छ छवि वाले नेता को मैदान में उतारकर वे मनिका सीट पर बड़ी जीत हासिल कर सकते है. चुनावी माहौल में सुभाष कुमार सिंह का नाम लगातार मनिका विधानसभा क्षेत्र में सुर्खियों में बना हुआ है। अब देखना यह है कि क्या भाजपा उन्हें टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारती है, और अगर ऐसा होता है, तो क्या वे क्षेत्र की जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हैं या नहीं।