बिहार के दरभंगा जिले में AIIMS निर्माण के लिए तेज गति से काम हो रहा है। बिहार के दूसरे AIIMS की पूरी जमीन केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को हस्तांतरित कर दी गई। शेष बचे हुए 37.31 एकड़ जमीन का हस्तांतरण स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की उपस्थिति में निदेशक, दरभंगा AIIMS को कुल 187.44 एकड़ जमीन दे दी गई।
मंगल पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में 2019-20 में दरभंगा में बिहार के दूसरे एम्स की स्वीकृति प्रदान की गई थी। 750 बेड वाले इस अस्पताल के लिए 2020 में 1 हजार 264 करोड़ राशि मंजूर की गई थी। वर्तमान में संस्थान को नए स्वरुप में बनाने के लिए आईआईटी दिल्ली को जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें अनुमानित व्यय और अधिक होगी, जिससे आठ करोड़ से ऊपर मिथिलावासियों सहित नेपाल और पूर्वाेत्तर राज्यों के लोगों को सुलभ स्वास्थ का सपना साकार होकर अब हकीकत में बदलने जा रहा है।
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने ऐलान किया था कि अगले महीने यानी अक्टूबर में दरभंगा एम्स के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी इस अस्पताल की नींव रखेंगे। शिलान्यास होने के बाद एम्स का निर्माण कार्य तेजी से होगा। दरभंगा के शोभन में जहां एम्स का निर्माण किया जाना है, वो जमीन निचले हिस्से में है। राज्य सरकार जमीन समतल कराने के साथ ही बिजली और पानी की आवश्यक व्यवस्था करने के लिए तैयार है।