भारतीय बल्लेबाजों के बाद गेंदबाजों ने भी कहर बरपाया और श्रीलंका को पहले t20 मैच में 43 रनों से हरा दिया। एक समय ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम के हाथ से जीत फिसलते जा रही है, लेकिन सूर्यकुमार यादव की कप्तानी बिल्कुल सटीक बैठी और कप्तान ने जो फैसला लिया उसे पर गेंदबाज पूरी तरह से खरे उतरे।
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में सात विकेट पर 213 रन बनाए थे। 214 रनों का विशाल लक्ष्य भी श्रीलंका को छोटा लग रहा था। निशांका और मेंडिस ने तूफानी पारी खेली। 84 रन पर श्रीलंका का पहला विकेट गिरा था। भारतीय टीम के गेंदबाजों के पसीने छूट गए थे कि कैसे ओपनिंग साझेदारी को तोड़ी जाए। हालांकि 45 रन के स्कोर पर मेंडिस को अर्शदीप ने चलता किया।
श्रीलंका का दूसरा विकेट 140 रन के स्कोर पर गिरा। निशांका ने 79 रनों की पारी खेली जिसमें उन्होंने चार छक्के और सात चौके लगाए। श्रीलंका के इन दो बल्लेबाजों के आगे कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों के आगे नहीं टिक सका और पूरी श्रीलंकाई टीम 19 ओवर और दो गेंद में 170 रन के स्कोर पर ढेर हो गई। मतलब 30 रन के भीतर श्रीलंका के आठ विकेट गिर गए।
भारतीय टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे रियान पराग, जिन्होंने महज एक ओवर और दो गेंद में तीन विकेट झटक डाले। वहीं अर्शदीप और अक्षर पटेल ने दो-दो विकेट लिए। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में t20 सीरीज का पहला मैच भारत ने अपने नाम किया। सूर्य कुमार के साथ-साथ टीम इंडिया के नए कोच के तौर पर गौतम गंभीर की भी कड़ी परीक्षा थी जिसे भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने साबित कर दिखाया है कि t20 में उन्हें सबसे बेस्ट टीम क्यों कहा जाता है।