दिल्ली: कल रात गुरुग्राम (हरियाणा) के मेदांता अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह का निधन हो गया। कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे नटवर सिंह 93 साल के थे। उनके निधन की खबर से सियासी गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नटवर सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। PM मोदी ने एक्स पर लिखा, “नटवर सिंह जी के निधन से दुख हुआ. उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया. वह अपनी बुद्धि के साथ-साथ विपुल लेखन के लिए भी जाने जाते थे. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं. ॐ शांति.”
कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शामिल रहे नटवर सिंह ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-वन सरकार के दौरान 2004-05 के दौरान विदेश मंत्री का कार्यभार संभाला, उन्होंने पाकिस्तान में भारत के राजदूत के रूप में भी काम किया था और 1966 से 1971 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यालय से जुड़े रहे थे।
दिवंगत नटवर सिंह ने आत्मकथा ‘वन नाइट इज नॉट एनफ’ के अलावा दर्जनों किताबें लिखी हैं. इनमें ‘द लिगेसी ऑफ नेहरू: ए मेमोरियल ट्रिब्यूट’, ‘टेल्स फ्रॉम मॉडर्न इंडिया’, और ‘ट्रेजर्ड एपिस्टल्स’ प्रमुख हैं, लेकिन उनकी आत्मकथा सर्वाधिक चर्चा रही.
वरिष्ठ राजनेता रणदीप सुरजेवाला ने एक्स पर एक पोस्ट में सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, ‘पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन का समाचार दुखद है। ईश्वर उनके परिजनों को यह क्षति सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करें।’
पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह के निधन पर राजस्थान के CM भजनलाल शर्मा ने शोक जताया है. उन्होंने X पर लिखा, “भारत सरकार में पूर्व विदेश मंत्री, पद्म विभूषण से सम्मानित कु. नटवर सिंह जी के निधन का समाचार अत्यन्त दुःखद है. प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करें.”
नटवर सिंह ने अपनी आत्मकथा में यह दावा कर सनसनी फैला दी थी कि 2004 में सोनिया गांधी ने राहुल गांधी की वजह से प्रधानमंत्री का पद नहीं संभाला.आत्मकथा में उन्होंने लिखा, राहुल गांधी की जिद थी कि सोनिया गांधी को किसी भी सूरत में प्रधानमंत्री का पद नहीं संभालना चाहिए, क्योंकि उन्हें डर था कि उनकी मां को भी उनके पिता राजीव गांधी और दादी इंदिरा गांधी की तरह मार दी जाएंगी.