आलोक कुमार सिंह की रिपोर्ट
रांची : झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को भाजपा द्वारा आयोजित ‘युवा आक्रोश रैली’ उग्र हो गई। इस रैली का उद्देश्य राज्य सरकार की नीतियों, बेरोजगारी, और भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध जताना था, लेकिन यह विरोध प्रदर्शन एक बड़े जनसैलाब में तब्दील हो गया, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस और वाटर कैनन का सहारा लेना पड़ा।
रैली की शुरुआत मोरहाबादी मैदान से हुई, जहां भाजपा के शीर्ष नेताओं ने हजारों की संख्या में जुटे युवाओं को संबोधित किया। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह, और भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही, सहित कई प्रमुख नेताओं ने इस मौके पर युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा, “यह सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह से विफल रही है, और भ्रष्टाचार के चलते राज्य की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।” संबोधन के बाद, हज़ारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और युवा मोरहाबादी मैदान से मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने लगे। जैसे ही जुलूस आगे बढ़ा, पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग की थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स को तोड़ते हुए आगे बढ़ने का प्रयास किया। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने पहले वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, जिससे प्रदर्शनकारियों को पीछे हटाने की कोशिश की गई। जब इससे भी स्थिति काबू में नहीं आई, तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा- “रांची के मोराबादी मैदान में आयोजित युवा आक्रोश रैली के दौरान पुलिस ने जिस निर्ममता से निहत्थे भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठी, आंसू गैस और डाई मार्कर हथगोले बरसाए वह निंदनीय है। इस घटना में कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है। घायलों को देखने रिम्स गया”। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प भी हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया।