लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर देश भर के लोको पायलटों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। हाथरस हादसे के पीड़ितों से मुलाकात के बाद राहुल गांधी सीधे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे।
इस पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा- भारतीय रेलवे में ट्रेन चलने वाले लोको पायलट बहुत कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं। लंबी दूरी की ट्रेनें, कई-कई घंटे की ड्यूटी, न नींद, न आराम, वे तनाव में काम करते हैं और इस वजह से भी दुर्घटनाएं होती हैं। रेलवे में 3 लाख से ऊपर पद खाली हैं।
साथ ही प्रियंका गांधी ने कहा-लोको पायलट के भी हजारों पद खाली हैं। भाजपा सरकार भर्तियां नहीं कर रही है। पायलटों को आशंका है कि मोदी सरकार रेलवे का निजीकरण करने के मकसद से जान-बूझकर ऐसा कर रही है। राहुल गांधी ने लोको पायलटों को भरोसा दिलाया कि वे विपक्ष के नेता के रूप में उनका मुद्दा संसद में उठाएंगे।
वहीं कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा- ये लोको पायलट रेलवे की रीढ़ हैं, और रेलवे को सुरक्षित रखने में इनका बहुत बड़ा रोल है । एक RTI के मुताबिक, रेलवे में लोको पायलट के 70,093 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 21% रिक्त पड़े हैं। रिक्त पदों की वजह से इनको कई बार बिना सोये लगातार 16 घंटे की भी ड्यूटी करनी पड़ती है, जिससे काम का दबाव और तनाव बढ़ता है और इनकी ख़ुद की एवं रेल सुरक्षा में चूक होती है इनके लिए समाधान ढूँढना हमारा लक्ष्य है।