दिल्ली- देश में आरक्षण को लेकर सियासत जारी है। इस बीच ट्विटर पर कल भारत बंद का ऐलान ट्रेंड कर रहा है। वहीं राहुल गांधी ने कहा-“संविधान और आरक्षण व्यवस्था की हम हर कीमत पर रक्षा करेंगे। भाजपा की ‘लेटरल एंट्री’ जैसी साजिशों को हम हर हाल में नाकाम कर के दिखाएंगे”।
साथ ही राहुल गांधी ने कहा-“मैं एक बार फिर कह रहा हूं- 50% आरक्षण सीमा को तोड़ कर हम जातिगत गिनती के आधार पर सामाजिक न्याय सुनिश्चित करेंगे। जय हिन्द”।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा- “संविधान जयते ! हमारे दलित, आदिवासी, पिछड़े और कमज़ोर वर्गों के सामाजिक न्याय के लिए कांग्रेस पार्टी की लड़ाई ने भाजपा के आरक्षण छीनने के मंसूबों पर पानी फेरा है। Lateral Entry पर मोदी सरकार की चिट्ठी ये दर्शाती है कि तानाशाही सत्ता के अहंकार को संविधान की ताक़त ही हरा सकती है। राहुल गांधी, कांग्रेस और INDIA पार्टियों की मुहिम से सरकार एक क़दम पीछे हटी है, पर जब तक BJP-RSS सत्ता में है, वो आरक्षण छीनने के नए-नए हथकंडे अपनाती रहेगी। हम सबको सावधान रहना होगा। बजट में मध्यम वर्ग पर किया गया Long Term Capital Gain/ Indexation वाला प्रहार हो, या वक़्फ़ बिल को JPC के हवाले करना हो, या फिर Broadcast Bill को ठंडे बस्ते में डालना हो – जनता और विपक्ष की ताक़त देश को मोदी सरकार से बचा रही है”।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने तंज कसते हुए कहा- “बधाई हो! एक बार फिर संविधान, आरक्षण और सामाजिक न्याय की जीत हुई है। मोदी सरकार को अपना लेटरल एंट्री का फैसला वापस लेना पड़ा है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे, नेता विपक्ष राहुल गांधी और INDIA गठबंधन ने इस फैसले का पुरजोर विरोध किया था”।