झारखंड में धर्म-परिवर्तन का मुदा गर्माता जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने गिरिडीह में दलित दंपति के साथ मारपीट का आरोप लगाया।
बाबूलाल मरांडी ने कहा-झारखंड में दलित समुदाय का उत्पीड़न चरम पर पहुंच चुका है। बाबासाहेब अम्बेडकर के संविधान की दुहाई देने वाले वाले राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी दलितों पर हो रहे अत्याचार पर चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस-झामुमो की सरकार झारखंड को ‘इस्लामिक स्टेट’ बनाने पर अमादा है।
गिरिडीह जिले के धनवार प्रखंड में एक दलित महिला और उसके पति के साथ मारपीट तथा अभद्रता करते हुए जबरन इस्लाम धर्म कबूल करने का दबाव बनाया गया। जब महिला ने शिकायत दर्ज करायी तो मुखिया पति शाहबान अंसारी ने दलित महिला पर जबरन सुलहनामा दाखिल करने का दबाव बनाया, साथ ही सामाजिक दंड देने और सरकारी योजनाओं का लाभ रोकने की धमकी दी।
साथ ही बाबूलाल मरांडी ने कहा- झारखंड में दलित-आदिवासियों का धर्मांतरण कर उनका अस्तित्व मिटाने की साजिश चल रही है। बांग्लादेशी घुसपैठिए झामुमो-कांग्रेस सरकार के संरक्षण में ऐसी साजिशों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने गिरिडीह के डीसी से तत्काल पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करने और इस साजिश में संलिप्त लोगों को कड़ी कार्रवाई करने मांग की।