पर्यटन मंत्रालय ने महाकुंभ 2025 को वैश्विक पर्यटन केंद्र के रूप में बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठाए

पर्यटन मंत्रालय ने महाकुंभ 2025 को वैश्विक पर्यटन केंद्र के रूप में बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठाए

पर्यटन मंत्रालय महाकुंभ 2025 को न केवल आध्यात्मिक समागमों के लिए बल्कि वैश्विक पर्यटन के लिए भी एक ऐतिहासिक आयोजन बनाने के लिए तैयार है। इस पावन अवसर का जश्‍न मनाने के लिए मंत्रालय घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई पहल कर रहा है। यह महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक समागमों में से एक है, जो हर 12 साल में भारत के चार स्थानों में से एक पर आयोजित किया जाता है। महाकुंभ -2025 उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी को शुरू होगा और 26 फरवरी, 2025 तक चलेगा। इसे पूर्ण कुंभ भी कहा जाता है। इस विशाल आयोजन में दुनिया भर से लाखों भक्तों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। यह भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक विरासत और पर्यटन क्षमता को प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर है।

पर्यटन मंत्रालय इस महाकुंभ में 5000 वर्ग फीट का विशाल अतुल्य भारत मंडप स्थापित कर रहा है, जो विदेशी पर्यटकों, विद्वानों, शोधकर्ताओं, फोटोग्राफरों, पत्रकारों, प्रवासी समुदाय, भारतीय प्रवासियों आदि को सुविधा प्रदान करेगा। यह मंडप आगंतुकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगा, जिसमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और कुंभ मेले के महत्व को दर्शाया जाएगा। इस मंडप में देखो अपना देश – लोगों की पसंद का सर्वेक्षण भी होगा, जिसमें आगंतुक भारत में अपने पसंदीदा पर्यटन स्थलों के लिए वोट कर सकेंगे।

इस महाकुंभ में शामिल होने वाले विदेशी पर्यटकों, प्रभावशाली हस्तियों, पत्रकारों और फोटोग्राफरों की विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने एक समर्पित टोल-फ्री टूरिस्ट इन्फोलाइन (1800111363 या 1363) शुरू की है। अंग्रेजी और हिंदी के अलावा टोल फ्री इन्फोलाइन अब दस (10) अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं और तमिल, तेलुगु, कन्नड़, बंगाली, असमिया और मराठी सहित भारतीय स्थानीय भाषाओं में भी काम कर रही है। यह सेवा अंतर्राष्ट्रीय आगंतुकों की भागीदारी को आसान और अधिक सुखद बनाने के लिए सहायता, सूचना और मार्गदर्शन प्रदान करेगी।

पर्यटन मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी), आईआरसीटीसी और आईटीडीसी जैसे प्रमुख पर्यटन हितधारकों के साथ मिलकर कई तरह के क्यूरेटेड टूर पैकेज और लग्जरी आवास विकल्प पेश किए हैं। आईटीडीसी ने प्रयागराज के टेंट सिटी में 80 लग्जरी आवास बनाए हैं, जबकि आईआरसीटीसी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए लग्जरी टेंट भी उपलब्ध करा रहा है। ये पैकेज एक डिजिटल ब्रोशर में उपलब्ध होंगे, जिसे अधिक से अधिक प्रचार के लिए भारतीय मिशनों और भारत पर्यटन कार्यालयों में व्यापक रूप से प्रसारित किया गया है।

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