मनिका विधानसभा में BJP की जीत के लिए 3 नई रणनीतियों की जरूरत, संगठन को सीखना होगा लोकसभा चुनाव से सबक

मनिका विधानसभा में BJP की जीत के लिए 3 नई रणनीतियों की जरूरत, संगठन को सीखना होगा लोकसभा चुनाव से सबक

आलोक कुमार सिंह की रिपोर्ट 

लातेहार, झारखंड : आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए मनिका विधानसभा क्षेत्र में जीत दर्ज करना एक कठिन चुनौती बनता जा रहा है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में मनिका विधानसभा सीट पर पार्टी को मिली करारी हार के बाद भाजपा संगठन को अब आत्ममंथन और नई रणनीतियों पर विचार करने की आवश्यकता है। भाजपा के भीतर कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी की हार के पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारणों की ओर इशारा किया है, जो यदि समय रहते नहीं सुधारे गए, तो विधानसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ सकता है।

सूत्रों के मुताबिक, मनिका विधानसभा क्षेत्र में जीत हासिल करने के लिए भाजपा को तीन मुख्य रणनीतियों को अपनाना होगा। पहला, पार्टी को इस बार नए और प्रभावशाली चेहरे को टिकट देना होगा, जो न केवल जनता के बीच लोकप्रिय हो, बल्कि जिस पर संगठन का भी पूरा विश्वास हो। पिछले लोकसभा चुनाव 2024 में हरेकृष्ण सिंह को संयोजक बनाकर पार्टी ने जिस तरह की रणनीति अपनाई थी, वह असफल साबित हुई। सिंह के नेतृत्व में पार्टी को लोकसभा चुनावों में 1585 वोट से हार का सामना करना पड़ा, और इस हार का मुख्य कारण उनके मनिका क्षेत्र में उनके समुदाय के लोगों की नाराजगी को माना जा रहा है।

दूसरी महत्वपूर्ण रणनीति है कि भाजपा सुनिश्चित करे कि विपक्षी दल, विशेष रूप से खरवार समुदाय को टिकट न दें। यदि यह समुदाय भाजपा के साथ बना रहता है, तो पार्टी के लिए जीत की संभावना काफी बढ़ सकती है। हालांकि, अगर विपक्षी दल इस समुदाय के लोगों को टिकट देकर मैदान में उतरते हैं, तो भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

तीसरी रणनीति, पार्टी के भीतर की एकता बनाए रखना है। पिछले चुनाव में देखा गया कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ता पार्टी में रहते हुए भाजपा प्रत्याशी रघुपाल सिंह को हारने के लिए भीतरघात किया था, जिससे वोटों का बंटवारा हुआ और अंततः पार्टी को बीजेपी क़ो हार का सामना करना पड़ा। इस बार भाजपा को यह सुनिश्चित करना होगा कि संगठन के भीतर किसी भी तरह की टूट-फूट न हो और सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनाव लड़ें।

इन तीनों रणनीतियों को प्रभावी ढंग से लागू होना भाजपा के लिए अनिवार्य है। यदि संगठन इनमें से किसी एक भी मोर्चे पर विफल रहता है, तो मनिका विधानसभा सीट पर पार्टी को 2024 का चुनाव एक बार फिर हार का सामना करना पड़ सकता है। चतरा लोकसभा क्षेत्र के मनिका विधानसभा में 2024 के लोकसभा चुनावों से मिले हार से सबक को ध्यान में रखते हुए, भाजपा को अब अपनी रणनीतियों पर गंभीरता से विचार करना होगा, ताकि विधानसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित की जा सके !

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