प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ट्वीट में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित किए जाने पर असीम गर्व व्यक्त किया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच गहराई से निहित संबंधों और आपसी सम्मान को दर्शाता है।
अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति जी को ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित होते देखना हमारे लिए गर्व का पल है। यह हमारे देशों के बीच सुदृढ़ संबंधों और आपसी सम्मान को दर्शाता है। यह सार्वजनिक जीवन में उनके कई वर्षों के महत्वपूर्ण योगदान की पहचान भी है।
आपको बता दें कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में दिली, तिमोर-लेस्ते पहुंचीं। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की इस देश की पहली यात्रा है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का विशेष सम्मान करते हुये तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से स्वागत किया। हवाई अड्डे से लौटते समय प्रसन्न बच्चों ने उनका स्वागत किया।
सरकारी महल में राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने समकक्ष राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता से मुलाकात की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारे पास सूचना प्रौद्योगिकी, फिनटेक, स्वास्थ्य सेवा, कृषि और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के पर्याप्त अवसर हैं। उन्होंने राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता को आश्वासन दिया कि भारत तिमोर-लेस्ते का एक मजबूत भागीदार बना रहेगा और हम विकास सहयोग और अन्य साझेदारियों को बढ़ाने के लिये हर संभव प्रयास करेंगे।
राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित किया। यह पुरस्कार सार्वजनिक सेवा और शिक्षा, सामाजिक कल्याण और महिला सशक्तिकरण के प्रति समर्पण में उनकी उपलब्धियों के सम्मान में दिया जाता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह सम्मान भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतिबिंब है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिमोर-लेस्ते में भारत के राजदूत की ओर से आयोजित भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में भाग लिया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुये, कहा कि तिमोर-लेस्ते में भारतीय समुदाय छोटा है, लेकिन गतिशील है और भारत के साथ सहयोग बनाने में प्रभावी है। वे एक महत्वपूर्ण शक्ति हैं, जो संस्कृतियों को जोड़ते हैं और सीमाओं से परे सद्भावना को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने तिमोर-लेस्ते के साथ सहयोग बढ़ाने के भारत के प्रयास में उनसे सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर अपने भाषण में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि तिमोर-लेस्ते के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने के लिये भारत की प्रतिबद्धता शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के हमारे साझा लक्ष्यों में परिलक्षित होती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत वसुधैव कुटुम्बकम के अपने सिद्धांतों के अनुरूप वैश्विक शांति और साझा समृद्धि के लिये एक ताकत बना रहेगा।