पेरिस ओलंपिक में हरियाणा की बेटी ने हिंदुस्तान का नाम रोशन कर दिया। हरियाणा के झज्जर जिले की बेटी मनु भाकर ने भारत की झोली में दूसरा मेडल डाल दिया। ओलंपिक में मनु भाकर ने ही भारत को पहला मेडल दिलाया था। अब मनु भाकर और सरबजोत सिंह की जोड़ी ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में कोरियाई जोड़ी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। यही नहीं मनु भाकर एक ही ओलंपिक में 2 मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन गईं। भारत ने दोनों मेडल शूटिंग में ही जीते हैं।
मनु भाकर से पहले ओलंपिक इतिहास में सिर्फ दो भारतीय खिलाड़ी ही ऐसे हुए हैं, जिन्होंने इंडिविजुअल इवेंट में दो मेडल जीते हैं। सुशील कुमार ने 2008 और 2012 में कुश्ती में मेडल जीते थे। इसी तरह स्टार शटलर पीवी सिंधु ने 2016 और 2020 में मेडल जीते हैं, लेकिन बड़ी बात यह है कि मनु भाकर ने एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीते हैं।
यह मनु भाकर का दूसरा ही ओलंपिक है। उन्होंने पिछले यानी टोक्यो ओलंपिक 2020 में डेब्यू किया था, लेकिन 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालिफिकेशन राउंड के दौरान उनकी पिस्टल खराब हो गई थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और दमदार वापसी करते हुए पेरिस ओलंपिक में ब्रांज मेडल जीता।
मनु भाकर का जन्म 18 फरवरी, 2002 को हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव में हुआ था। इनके पिता मरीन इंजीनियर और मां स्कूल में प्रिंसिपल हैं। भारत की सबसे युवा शूटिंग क्वीन मनु भाकर केवल 22 साल की हैं। छोटी उम्र से ही मनु भाकर की खेलों में रुची थी और उन्होंने मुक्केबाजी, समेत अन्य खेलों में भी खुद को आजमाया था।
मनु भाकर ने 2017 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था। केरल में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में नौ स्वर्ण पदक जीतकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था। इसी वर्ष एशियाई जूनियर चैंपियनशिंप में उन्होंने रजत पदक जीता। साल 2018 के अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स शूटिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था।